Saturday, March 14, 2015

kanpur kareram village girl refuses marriage

दूल्हे को जोड़-घटाव भी नहीं आता था, दुल्हन ने लौटाई बरात











शायद यह बात आपको फिल्मी लगे, मगर छोटे शहरों की लड़कियां अपनी शर्तों पर जीना सीख रही हैं. कानपुर से 60 किलोमीटर दूर कारेरामपुर गांव में अनोखा वाकया हुआ. एक लड़की को जब यह पता चला कि उसका होने वाला पति अनपढ़ है तो उसने बारात ही लौटा दी. 


यह कहानी किसी कॉन्फिडेंट और मॉडर्न शहरी लड़की की नहीं, बल्कि एक छोटे से गांव में रहने वाली लवली की है. हुआ यूं कि अपनी शादी के दिन जब लवली पता चला कि उसका होने वाला पति पढ़ा लिखा नहीं है, तो उसने बरात को उल्टे पांव लौटा दिया.
कारेरामपुर गांव में रहने वाले मोहर सिंह ने अपनी बेटी लवली की शादी इटावा के निवासी बाबूराम के पुत्र राम बरन से तय की थी. बताया जाता है कि मोहर सिंह और बाबूराम में दूर की रिश्तेदारी होने की वजह से यह रिश्ता तय हुआ था. रसूलाबाद थाने के प्रमुख सुनील यादव के अनुसार, 'शादी से थोड़ी देर पहले लवली की सहेलियों ने राम बरन से पूछ लिया कि 15 और 6 का कुल कितना होता है. इस पर राम बरन ने जवाब दिया 17. जब लवली को पता चला कि दूल्हा अनपढ़ है, तो उसने फेरे लेने से मना कर दिया.'

लड़की वालों ने लड़के वालों पर झूठ और फरेब का आरोप लगाया है. पूरी जांच पड़ताल के बाद यह उजागर हुआ कि शादी तय करते वक्त लवली और उसके घरवालों को कोई और लड़का दिखाया गया था, लेकिन असलियत में उसकी शादी किसी दूसरे लड़के से कराई जा रही थी जो अनपढ़ था. मामला जब रसूलाबाद थाने पहुंचा तो लड़के वालों ने अपनी गलती मान ली और बारात वापस चली गई.